इंडोर प्लांट्स के लिए टॉप 10 नेचुरल फर्टिलाइजर | Best Natural Fertilizer For Indoor Plants At Home In Hindi |

आजकल लगभग हर घर में आपको indoor plants ज़रूर मिल जाएंगे। लोग इन्हें इसलिए पसंद करते हैं क्योंकि ये न सिर्फ घर की शोभा बढ़ाते हैं बल्कि ताज़ी हवा और positive energy भी देते हैं। पहले के समय में घरों में ज़्यादातर outdoor पौधे लगाए जाते थे, लेकिन अब लोग घर के अंदर भी greenery को अपनाने लगे हैं।

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हालाँ कि, सिर्फ इनडोर प्लांट्स खरीदकर रखना ही काफ़ी नहीं है। अगर आप चाहते हैं कि आपके पौधे healthy और तेज़ी से grow करें, तो उन्हें सही तरह का fertilizer देना ज़रूरी है। वरना उनकी growth रुक सकती है और कभी-कभी पौधे लंबे समय तक survive भी नहीं कर पाते। 


अगर आप भी चाहते हैं कि आपके घर के इनडोर प्लांट्स हेल्दी और लंबे समय तक fresh बने रहें और घर की खूबसूरती बढ़ाएँ, तो उनके लिए सही फ़र्टिलाइज़र देना बहुत ज़रूरी है। तो चलिए, बिना देर किए जानते हैं इनडोर प्लांट्स के लिए टॉप 10 बेस्ट natural fertilizer, जो आपके पौधों को देगा ज़बरदस्त growth और नई जान।

इंडोर प्लांट्स के लिए टॉप 10 नेचुरल फर्टिलाइजर | Best Natural Fertilizer For Indoor Plants At Home In Hindi |


1. Banana Peel Fertilizer – केले का छिलका

घर में केले खाना तो आम बात है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि उसका छिलका भी आपके पौधों के लिए खज़ाना है? केले का छिलका एक natural और eco-friendly fertilizer है, जो पौधों को ज़रूरी पोषक तत्व देता है।

केले के छिलके में पाए जाने वाले न्यूट्रिएंट्स :

  • पोटैशियम (Potassium): फूल और फल आने में मदद करता है।
  • फॉस्फोरस (Phosphorus): जड़ों को मज़बूत बनाता है।
  • कैल्शियम (Calcium): मिट्टी की quality सुधारता है।
  • मैग्नीशियम (Magnesium): पत्तियों को हरा-भरा रखता है।

इस्तेमाल करने के तरीके :

  1. सीधे मिट्टी में दबाएँ – ताज़ा छिलका काटकर मिट्टी में डाल दें।
  2. कम्पोस्ट में मिलाएँ – छिलके के छोटे-छोटे टुकड़े काटकर Compost में डाल सकते हैं।
  3. Dry पाउडर बनाएँ – छिलकों को सुखाकर पाउडर बना लें और मिट्टी में मिलाएँ।
यह तरीका खासकर इनडोर प्लांट्स के लिए सबसे अच्छा है क्योंकि इससे कोई बदबू नहीं आती।


फायदे :

  • पौधों की जड़ों को मज़बूत बनाता है।
  • फूल और फल की growth बढ़ाता है।
  • पौधों की हेल्थ को naturally improve करता है।
  • 100% organic और सस्ता विकल्प है।
  • Kitchen waste को रीसायकल करने का आसान तरीका है।

तो अगली बार जब भी आप केला खाएँ, उसके छिलके को dustbin में मत डालें। बल्कि अपने पौधों को दीजिए नेचुरल न्यूट्रिशन का gift।

2. Tea Leaves Fertilizer – चायपत्ती 

हम सब रोज़ाना चाय पीते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस्तेमाल की हुई चाय की पत्ती भी आपके पौधों के लिए बेहतरीन natural fertilizer का काम करती है? इसमें मौजूद nutrients पौधों की growth को तेज़ करते हैं और मिट्टी की quality को बेहतर बनाते हैं।

चाय की पत्ती में पाए जाने वाले न्यूट्रिएंट्स :

  • नाइट्रोजन (Nitrogen): पत्तियों को हरा-भरा और healthy बनाता है।
  • पोटैशियम (Potassium): फूल और फल आने में मदद करता है।
  • फॉस्फोरस (Phosphorus): जड़ों को मज़बूत बनाता है।
  • टैनिन्स (Tannins): मिट्टी को rich और पौष्टिक बनाते है।

इस्तेमाल करने के तरीके :

  1. ड्राई करके इस्तेमाल करें – इस्तेमाल की हुई चाय की पत्तियों को अच्छी तरह सुखाकर मिट्टी में डालें।
  2. कम्पोस्ट में मिलाएँ – चाय की पत्ती को सीधे compost bin में डाल सकते हैं।
  3. liquid fertilizer बनाएँ – चाय की पत्तियों को पानी में उबालकर ठंडा होने दें और फिर पौधों को दें।

फायदे :

  • पौधों की growth तेज़ करता है।
  • मिट्टी की उर्वरकता (fertility) बढ़ाता है।
  • पत्तियाँ ज्यादा हरी और ताज़ा दिखती हैं।
  • 100% organic और मुफ्त (किचन वेस्ट से बनेगा)
  • इनडोर और आउटडोर दोनों तरह के पौधों के लिए best है।

तो अगली बार जब भी आप चाय बनाएं, उसकी बची हुई पत्तियों को फेंके नहीं, बल्कि पौधों को दें healthy और natural फ़ूड।

3. Eggshell Fertilizer – अंडे के छिलके 

हमारे किचन में अक्सर अंडे का इस्तेमाल होता है, और उनके छिलके सीधा dustbin में चले जाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अंडे के ये छिलके आपके पौधों के लिए एक बेहतरीन ऑर्गेनिक फ़र्टिलाइज़र बन सकते हैं? इसमें भरपूर मात्रा में calcium और minerals पाए जाते हैं, जो पौधों की जड़ों और तनों को मज़बूत बनाते हैं।

अंडे के छिलके में पाए जाने वाले न्यूट्रिएंट्स :

  • कैल्शियम (Calcium): पौधों के तनों और जड़ों को मजबूत करता है।
  • मैग्नीशियम (Magnesium): पत्तियों की health सुधारता है।
  • फॉस्फोरस (Phosphorus): पौधों की growth और फलन में मदद करता है।

इस्तेमाल करने के तरीके :

  1. पाउडर बनाएँ – अंडे के छिलकों को धोकर सुखा लें और मिक्सर में पीसकर पाउडर बना लें। इसे सीधे मिट्टी में मिलाएँ।
  2. कम्पोस्ट में डालें – छिलकों को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़कर कम्पोस्ट में मिला दें।
  3. लिक्विड फ़र्टिलाइज़र – छिलकों को उबालकर पानी ठंडा होने दें और उस पानी से पौधों को सींचें।

फायदे :

  • पौधों को अतिरिक्त calcium support मिलता है
  • जड़ें मज़बूत और स्वस्थ होती है।
  • पौधों की growth और fruiting बेहतर होती है।
  • 100% ऑर्गेनिक और फ्री (किचन वेस्ट से तैयार)
  • मिट्टी की acidity को कम करने में मदद करता है।

इसलिए अगली बार जब भी आप अंडे इस्तेमाल करें, उनके छिलकों को फेंकने की बजाय पौधों को दें नेचुरल न्यूट्रिशन का गिफ्ट।

4. Coffee Grounds Fertilizer – कॉफी के बीज 

अगर आप कॉफी पीने के शौक़ीन है तो उसकी बची हुई coffee grounds को डस्टबिन में फेंकने की बजाय पौधों को दें। कॉफी ग्राउंड्स एक बेहतरीन ऑर्गेनिक फ़र्टिलाइज़र हैं, जिनमें पौधों की हेल्दी ग्रोथ के लिए ज़रूरी nutrients मौजूद होते हैं।

कॉफी ग्राउंड्स में पाए जाने वाले न्यूट्रिएंट्स :

  • नाइट्रोजन (Nitrogen): पौधों की पत्तियों को हरा-भरा रखता है।
  • पोटैशियम (Potassium): फूल और फल आने में मदद करता है।
  • फॉस्फोरस (Phosphorus): जड़ों को मज़बूत बनाता है।
  • ऑर्गेनिक मैटर: मिट्टी की नमी और quality सुधारता है।

इस्तेमाल करने के तरीके :

  1. सीधे मिट्टी में मिलाएँ – थोड़ी मात्रा में कॉफी ग्राउंड्स को सीधे potting soil में डालें।
  2. कम्पोस्ट में डालें – compost bin में कॉफी ग्राउंड्स मिलाने से उसका पोषण और बढ़ता है।
  3. लिक्विड फ़र्टिलाइज़र बनाएँ – कॉफी ग्राउंड्स को पानी में मिलाकर पौधों को सींचें।

फायदे :

  • पत्तियों की ग्रोथ और रंग को बेहतर बनाता है।
  • मिट्टी को रिच और नमीदार रखता है।
  • पौधों की flowering और fruiting को बढ़ावा देता है।
  • पूरी तरह ऑर्गेनिक और किचन वेस्ट से तैयार होता है।
  • खासकर इनडोर और गार्डन दोनों तरह के पौधों के लिए बेस्ट है।

तो अब से कॉफी पीने के बाद बची हुई कॉफी ग्राउंड्स को फेंके नहीं, बल्कि अपने पौधों को दें एक नेचुरल एनर्जी बूस्ट।

5. Onion Husk Fertilizer – प्याज के छिलके 

हम सब्ज़ी काटते समय प्याज़ के छिलके आमतौर पर डस्टबिन में फेंक देते हैं , लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये छिलके पौधों के लिए एक बेहतरीन ऑर्गेनिक फ़र्टिलाइज़र और नेचुरल टॉनिक हैं? प्याज़ के छिलकों में कई ऐसे न्यूट्रिएंट्स होते हैं जो पौधों की हेल्दी ग्रोथ और प्रोटेक्शन में मदद करते हैं।

प्याज़ के छिलकों में पाए जाने वाले न्यूट्रिएंट्स :

  • पोटैशियम (Potassium): फूल और फल आने में मदद करता है।
  • कैल्शियम (Calcium): पौधों की जड़ों और तनों को मज़बूत बनाता है।
  • आयरन और सल्फर (Iron & Sulphur): पौधों की हेल्थ को बेहतर करते हैं और कीटों से बचाते है।
  • एंटीऑक्सीडेंट्स: पौधों को रोगों से लड़ने की क्षमता देते है।

इस्तेमाल करने के तरीके :

1. Onion Peel Tea (लिक्विड फ़र्टिलाइज़र) :

  • प्याज़ के छिलकों को पानी में 24 घंटे भिगोकर रख दें।
  • इस पानी को छानकर पौधों की जड़ों में डालें।
  • यह एक नेचुरल टॉनिक का काम करता है।

2. कम्पोस्ट में मिलाएँ :

  • प्याज़ के छिलकों को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर कम्पोस्ट में डालें।
  • इससे कम्पोस्ट और भी पौष्टिक बन जाता है।

3. मल्च के रूप में इस्तेमाल करें :

  • सूखे छिलकों को पौधों की मिट्टी पर बिछा दें।
  • इससे मिट्टी की नमी बनी रहती है और धीरे-धीरे पोषण मिलता है।

फायदे :

  • पौधों की इम्यूनिटी बढ़ाता है।
  • कीट और फंगस से प्राकृतिक सुरक्षा देता है।
  • फूल और फल की क्वालिटी सुधारता है।
  • 100% ऑर्गेनिक और फ्री (किचन वेस्ट से तैयार) होता है।
  • इनडोर और आउटडोर दोनों तरह के पौधों के लिए उपयोगी है।

तो अगली बार जब भी आप प्याज़ छीलें, उसके छिलकों को डस्टबिन में न फेंकें। बल्कि अपने पौधों को दें एक नेचुरल और पावरफुल टॉनिक।

6. Vegetable Peels Fertilizer – सब्जियों के छिलके 

अक्सर हम सब्ज़ियाँ काटते समय उनके छिलकों को कचरे में फेंक देते हैं लेकिन ये छिलके वास्तव में पौधों के लिए एक बेहतरीन नेचुरल और ऑर्गेनिक फ़र्टिलाइज़र बन सकते हैं। सब्ज़ियों के छिलकों में ढेर सारे न्यूट्रिएंट्स होते हैं जो पौधों की तेज़ ग्रोथ, फ्लॉवरिंग और हेल्थ के लिए ज़रूरी हैं।

सब्ज़ियों के छिलकों में पाए जाने वाले न्यूट्रिएंट्स :

  • नाइट्रोजन (Nitrogen): पत्तियों की ग्रोथ और हरी-भरी रंगत के लिए जरूरी होता है।
  • फॉस्फोरस (Phosphorus): जड़ों को मज़बूत बनाने के लिए उपयोगी होता है।
  • पोटैशियम (Potassium): फूल और फल की बेहतर क्वालिटी के लिए जरूरी है।
  • कैल्शियम, मैग्नीशियम और आयरन: पौधों की सम्पूर्ण हेल्थ के लिए जरूरी होता है।

इस्तेमाल करने के तरीके :

1. कम्पोस्ट बनाकर :

  • सब्ज़ियों के छिलकों को इकट्ठा करें और कम्पोस्ट बिन में डाल दें।
  • समय के साथ ये छिलके कम्पोस्ट में बदलकर मिट्टी को पोषण देंगे।

2. लिक्विड फ़र्टिलाइज़र :

  • छिलकों को पानी में 3–4 दिन के लिए भिगोकर रखें।
  • जब पानी पोषक तत्वों से भर जाए, तो उसे पौधों में डालें।

3. डायरेक्ट यूज़ :

  • सब्ज़ियों के छिलकों को छोटे टुकड़ों में काटकर सीधे मिट्टी में दबा दें।
  • धीरे-धीरे ये गलकर मिट्टी को पोषण देंगे।

फायदे :

  • पौधों की ग्रोथ और फ्लॉवरिंग को तेज़ करता है
  • मिट्टी की उर्वरकता (fertility) और नमी बनाए रखता है।
  • 100% ऑर्गेनिक और सस्ता विकल्प है।
  • किचन वेस्ट को रीसायकल करने का आसान तरीका है।
  • इनडोर और आउटडोर दोनों पौधों के लिए बेस्ट है।

इसलिए अगली बार जब भी सब्ज़ियाँ छीलें, उनके छिलकों को फेंके नहीं। बल्कि उन्हें अपने पौधों के लिए नेचुरल न्यूट्रिशन का सोर्स बनाएँ।

7. Aloe Vera Gel Fertilizer – एलोवेरा जेल 

एलोवेरा को हम स्किन और हेल्थ बेनिफिट्स के लिए तो जानते ही हैं लेकिन इसका जेल पौधों के लिए भी एक बेहतरीन नेचुरल फ़र्टिलाइज़र और ग्रोथ बूस्टर है। इसमें मौजूद विटामिन्स, एंज़ाइम्स और मिनरल्स पौधों को तेज़ी से ग्रो करने और हेल्दी बनाए रखने में मदद करते हैं।

Aloe Vera Gel में पाए जाने वाले पोषक तत्व :

  • विटामिन A, B, C और E – पौधों की हेल्थ और इम्यूनिटी बढ़ाते है।
  • एंज़ाइम्स और एमिनो एसिड्स – जड़ों और पत्तियों की ग्रोथ में मदद करते है।
  • कैल्शियम और मैग्नीशियम – पौधों को मज़बूत और रोग-प्रतिरोधक बनाते है ।
  • एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज़ – पौधों को फंगस और इंफेक्शन से बचाती है।

इस्तेमाल करने के तरीके :

1. लिक्विड फ़र्टिलाइज़र :

  • 2 चम्मच एलोवेरा जेल को 1 लीटर पानी में मिलाएँ।
  • इस घोल से पौधों की जड़ों में पानी दें।

2. स्प्रे के रूप में :

  • एलोवेरा जेल और पानी को मिक्स करके स्प्रे बॉटल में भर लें।
  • इसे पत्तियों पर स्प्रे करें, इससे पौधे हरे-भरे रहेंगे।

3. कम्पोस्ट बूस्टर :

  • एलोवेरा जेल को कम्पोस्ट में मिलाने से उसका पोषण और बढ़ जाता है।

फायदे :

  • पौधों की ग्रोथ तेज़ करता है।
  • पत्तियों को हरा-भरा और चमकदार बनाता है।
  • पौधों की इम्यूनिटी बढ़ाकर बीमारियों से बचाता है।
  • 100% ऑर्गेनिक और आसान तरीका है।
  • खासकर इनडोर पौधों और छोटे पॉटेड प्लांट्स के लिए बेस्ट है।

तो अगली बार जब भी आपके पास एलोवेरा का पौधा हो, उसका जेल सिर्फ ब्यूटी के लिए ही नहीं बल्कि अपने पौधों को भी दें नेचुरल ग्रोथ बूस्टर का गिफ्ट।

8. Aquarium Water Fertilizer – मछलियों के टंके का पानी 

Aquarium का पानी सिर्फ मछलियों के लिए ही नहीं बल्कि पौधों के लिए भी एक शानदार नेचुरल लिक्विड फ़र्टिलाइज़र है। इसमें मछलियों का बचा हुआ खाना और उनका वेस्ट मिलकर कई ज़रूरी पोषक तत्व बना देता है, जो पौधों की हेल्दी ग्रोथ और ग्रीनरी के लिए बहुत फायदेमंद हैं।

Aquarium Water में पाए जाने वाले पोषक तत्व :

  • नाइट्रोजन (Nitrogen) – पत्तियों की ग्रोथ और हरियाली बढ़ाता है।
  • फॉस्फोरस (Phosphorus) – जड़ों और फूलों के विकास में मदद करता है।
  • पोटैशियम (Potassium) – पौधों को मज़बूत और रोग-प्रतिरोधक बनाता है।
  • सूक्ष्म खनिज (Micronutrients) – पौधों की इम्यूनिटी और हेल्थ को बेहतर करते है।

इस्तेमाल करने के तरीके :

1. लिक्विड फ़र्टिलाइज़र के रूप में :

  • Aquarium के पानी को सीधे पौधों की जड़ों में डालें।
  • यह सामान्य पानी की जगह महीने में 2–3 बार दें।

2. फोलियर स्प्रे :

  • Aquarium पानी को स्प्रे बॉटल में भरकर पत्तियों पर छिड़काव करें।
  • इससे पत्तियां और भी हरी-भरी और फ्रेश रहेंगी।

फायदे :

  • पौधों की ग्रोथ और हरियाली तेज़ करता है।
  • पत्तियों को नेचुरल ग्रीन और हेल्दी बनाता है।
  • जड़ों और फूलों के विकास में मदद करता है।
  • Chemical-free और eco-friendly fertilizer है।
  • Kitchen और home waste का smart उपयोग हो सकता है।

तो अगली बार जब भी आप Aquarium साफ करें, उसका पानी फेंके नहीं, बल्कि अपने पौधों को दीजिए नेचुरल लिक्विड न्यूट्रिशन का गिफ्ट।

9. Citrus Peel Fertilizer – खट्टे फलों के छिलके 

संतरा, नींबू, मौसमी या किसी भी तरह के citrus fruits का छिलका अक्सर हम कचरे में फेंक देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं ये छिलके पौधों के लिए एक बेहतरीन नेचुरल फ़र्टिलाइज़र और पेस्ट रिपेलेंट हैं? इसमें मौजूद Vitamin C, कैल्शियम और अन्य पोषक तत्व पौधों की ग्रोथ और हेल्थ को नेचुरल तरीके से बढ़ाते हैं।

Citrus Peel में पाए जाने वाले पोषक तत्व :

  • Vitamin C – पौधों की इम्यूनिटी और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है।
  • कैल्शियम (Calcium) – जड़ों और तनों को मजबूत बनाता है।
  • पोटैशियम (Potassium) – फ्लॉवरिंग और फ्रूटिंग को बेहतर करता है।
  • एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण – पौधों को फंगस और कीटों से बचाते है।

इस्तेमाल करने के तरीके :

1. पाउडर फ़र्टिलाइज़र :

  • Citrus peel को धूप में अच्छी तरह सुखा लें।
  • फिर उसे ग्राइंड करके पाउडर बना लें और मिट्टी में मिलाएँ।

2. लिक्विड फ़र्टिलाइज़र (Citrus Tea)

  • छिलकों को पानी में 24 घंटे भिगोकर रखें।
  • फिर इस पानी को पौधों की जड़ों में डालें।

3. कम्पोस्ट बूस्टर :

  • Citrus peel को कम्पोस्ट में मिलाएँ।
  • इससे कम्पोस्ट जल्दी डिकम्पोज़ होगा और पोषक तत्व बढ़ेंगे।

फायदे :

  • पौधों की ग्रोथ और हरी-भरी पत्तियों को बढ़ावा देता है।
  • जड़ों और तनों को मज़बूत बनाता है।
  • फंगस और कीड़ों से पौधों की सुरक्षा करता है।
  • ऑर्गेनिक और 100% eco-friendly fertilizer।
  • Kitchen waste का स्मार्ट उपयोग है यह।

तो अगली बार जब भी आप संतरा या नींबू खाएँ, उसके छिलकों को डस्टबिन में मत फेंकिए। बल्कि उनका इस्तेमाल करके अपने पौधों को दीजिए Vitamin C से भरपूर नेचुरल फ़र्टिलाइज़र का तोहफ़ा।

10. Cooking Water Fertilizer – खाने का पकाया हुआ पानी

जब भी हम सब्ज़ियाँ, चावल या पास्ता पकाते हैं तो उनका पानी अक्सर सिंक में बहा देते हैं। लेकिन ये पानी पौधों के लिए एक नेचुरल लिक्विड फ़र्टिलाइज़र की तरह काम करता है। इसमें मौजूद स्टार्च, मिनरल्स और विटामिन्स पौधों की हेल्दी ग्रोथ और हरी-भरी पत्तियों के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं।

Cooking Water में पाए जाने वाले पोषक तत्व :

  • स्टार्च (Starch) – पौधों को तुरंत एनर्जी देने का काम करता है।
  • विटामिन्स और मिनरल्स – मिट्टी की उर्वरता और पौधों की हेल्थ बढ़ाते है।
  • पोटैशियम और फॉस्फोरस – जड़ों और फूलों के विकास में मदद करते है।
  • सूक्ष्म पोषक तत्व (Micronutrients) – पौधों की इम्यूनिटी और ग्रोथ को सपोर्ट करते है।

इस्तेमाल करने के तरीके :

1. Rice Water Fertilizer :

  • चावल धोने या उबालने के बाद बचा पानी ठंडा कर लें।
  • इसे सीधे पौधों की जड़ों में डालें।

2. Vegetable Cooking Water :

  • उबली सब्ज़ियों का पानी ठंडा करके पौधों को दें।
  • इससे पौधों को नेचुरल विटामिन्स और मिनरल्स मिलेंगे।

3. Pasta या Potato Water :

  • आलू या पास्ता उबालने का पानी भी बहुत फायदेमंद होता है।
  • बस ध्यान रखें कि इसमें नमक (Salt) न मिला हो।

फायदे :

  • पौधों को तुरंत एनर्जी और न्यूट्रिशन देता है।
  • पत्तियों को हरा-भरा और फ्रेश बनाता है।
  • मिट्टी की उर्वरता बढ़ाता है।
  • 100% ऑर्गेनिक और zero waste तरीका है।
  • Indoor और outdoor दोनों तरह के पौधों के लिए बेस्ट है।

तो अगली बार जब भी आप किचन में चावल, सब्ज़ियाँ या पास्ता पकाएँ, उनका बचा हुआ पानी फेंके नहीं। बल्कि उसी पानी से अपने पौधों को दीजिए हेल्दी ग्रोथ का गिफ्ट।

Indoor Plants Ko Fertilizer Dete Time Useful Tips 

पौधों को खाद देना जितना ज़रूरी है, उतना ही ज़रूरी है सही मात्रा और सही तरीके से देना। अगर आप इनडोर प्लांट्स को हेल्दी और लंबे समय तक हरा-भरा रखना चाहते हैं, तो कुछ छोटी-छोटी बातें ध्यान में रखना बहुत फायदेमंद रहेगा।
  • खाद हमेशा लिमिटेड मात्रा में दें – ज़्यादा खाद डालने से पौधों को फ़ायदा नहीं बल्कि नुकसान हो सकता है।
  • हर 15–20 दिन में खाद देना काफी है – बार-बार खाद डालने की ज़रूरत नहीं होती, वरना roots कमजोर हो सकती है।
  • Over-fertilization से बचें – ज़्यादा खाद देने से पौधों की जड़ें जल सकती हैं और उनका ग्रोथ रुक सकता है।
  • लिक्विड फ़र्टिलाइज़र को प्राथमिकता दें – जैसे rice water, onion peel tea या aloe vera water। ये जल्दी असर दिखाते हैं और पौधों को तुरंत nutrition देते है।
बस थोड़ी सी केयर और सही टाइम पर फ़र्टिलाइज़र देने से आपके indoor plants हरे-भरे, हेल्दी और लंबे समय तक आपके घर की शोभा बढ़ाते रहेंगे। 

Conclusion

Indoor Plants को हराभरा और healthy रखने के लिए fertilizer देना ही पड़ता है। लेकिन अगर आप chemical fertilizers की जगह घर पर जो चीजें हे उनका इस्तेमाल fertilizer की तरह करते है, तो वो plants के लिए ज्यादा safe रहता है और eco-friendly भी है। 
इस article में हमने देखा कि kitchen waste और आसानी से मिलने वाले natural products जैसे चायपत्ती, vegetables का पानी, केले के छिलके, Citrus Peel आपके घर पर रखे indoor plants के लिए अच्छा nutrions source बन सकते है। तो आपको हमने बताई हुई information कैसी लगी यह हमे comment करके जरूर बताए। और अगर आपके कोई दोस्त जिन्हे plants grow करना पसंत है, उनके साथ हमारा यह article share करे।

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